पब्लिक मंच नेटवर्क, डबवाली (रवि मोंगा)
बाबा बुढ़ा जी ग्रंथी रागी सभा ट्रस्ट और गुरुद्वारा बाबा विश्वकर्मा जी ट्रस्ट प्रबंधक कमेटी द्वारा समूह संगत के सहयोग से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व ओर धन -धन साहिब श्री गुरु नानक देव जी का विवाह पर्व बड़ी श्रद्धा से मनाया गया। शनिवार सुबह 6 बजे श्री अखंड पाठ साहिब जी का भोग डाला गया। उपरांत हजूरी रागी भाई जगमीत सिंह जी गुरुद्वारा साहिब और इसके उपरन्त समागम में तख्त श्री दमदमा साहिब जी से आये हजूरी रागी भाई सुखचैन सिंह जी ने गुरबाणी का रसभिन्ना कीर्तन किया और गुरबाणी के अमृतमयी शब्दों से संगतो को निहाल किया। कीर्तन उपरन्त भाई गुरप्रीत सिंह सभरा हैड ग्रंथी गुरुद्वारा साहिब ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व ओर धन-धन साहिब श्री गुरु नानक देव जी का विवाह पर्व का इतिहास सुनाया और गुरबाणी कथा विचार से संगत को जोड़ा।
सभा के मीडिया प्रभारी भाई बलविंदर सिंह ने बताया के दोनों संस्थाओं की तरफ से भाई सुखचैन सिंह के रागी जत्थे को सिरोपा व सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सभा के संस्थापक ज्ञानी ज्ञान सिंह और सभी साथियों ने गुरुद्वारा बाबा विश्वकर्मा जी के मुख्य सेवादार प्रधान मुख्तयार सिंह को सिरोपा देकर सम्मानित किया। इसी के साथ बाबा बुढ़ा जी ग्रंथी रागी सभा ट्रस्ट द्वारा चुनी हुई कमेटी का एक साल पूरा होने पर सभा के प्रधान भाई बिकर सिंह को सिरोपा व सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर बाबा बुढ़ा जी ग्रंथी रागी सभा व प्रबंधक कमेटी बाबा विश्वकर्मा जी ट्रस्ट के सभी सदस्य मौजूद रहे। इस अवसर पर विवाह गुरपरब और पहले प्रकाश पर्व की ख़ुशी में जलेबी पकोड़े और चाय का लंगर वरताया गया। इस मौके पर सरप्रस्त सुरिंदर सिंह ठेकेदार , प्रधान मुख्तयार सिंह ढाबा वाले इकबाल सिंह मोगे वाले ,उपप्रधान राजिंदर सिंह शिन्दा ,बलविंदर सिंह आरे वाले ,भाई नरपत सिंह ,भाई दलजीत सिंह ,भाई मनदीप सिंह रागी ,भाई बलदेव सिंह ,रागी भाई बेअंत सिंह, भाई रण सिंह ,कमलजीत सिंह, साबका मैनेजर गुरबचन सिंह ,अजिंदर सिंह कलसी ,दलजीत सिंह, बबलू ,अमन सिंह मठाड़ू ,गोरा सिंह ,जीवन सिंह, राजकरण सिंह ,अमनप्रीत सिंह, सुखविंदर सिंह काला ,काका सिंह सुकेरा खेड़ा ,हरमनदीप सिंह, तरनदीप सिंह, निर्मल, रोमी, भवदीप, दिलप्रीत गुरविंदर सिंह, मैनेजर कुलवंत सिंह,कुलवंत सिंह सिंघेवाला, सेवादार सुरिंदर सिंह काबुल सिंह ,हरी सिंह सहित सभी सेवादारों ने संगत की भरपूर सेवा की और समागम को सफल बनाने में योग दान दिया।