ईस्टवुड डिस्कोर्स 2025 : विचारों की टकराहट ने युवाओं में जगाई अभिव्यक्ति की चेतना
ईस्टवुड इंटरनैशनल स्कूल में आयोजित “ईस्टवुड डिस्कोर्स 2025” इंटर-क्लास सीनियर वाद-विवाद प्रतियोगिता ने छात्रों की तर्कशीलता, वाक्पटुता और विचारों की परिपक्वता को मंच प्रदान किया। इस वर्ष का विषय “स्वतंत्र अभिव्यक्ति: अभिव्यक्ति का अधिकार या दमन का माध्यम” रहा, जिसने प्रतिभागी छात्रों को सोचने और अपनी बात प्रभावशाली ढंग से रखने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन और स्वागत भाषण के साथ हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. स्वाति सचदेवा, श्रीमती ज्योति बागला, डॉ. अर्शदीप कौर गिल और डॉ. नेहा सचदेवा की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की।
वाद-विवाद के दौरान पक्ष और विपक्ष की टीमों — प्रिशा, नेहमत, समरीत, जन्नत (पक्ष) तथा विहान, यशनूर, भावी, जैसमीन (विपक्ष) — ने अपने विचारों को तर्क, तथ्यों और आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत किया। तीन चरणों में हुए इस मुकाबले — प्रारंभिक वक्तव्य, प्रतिवाद और प्रश्नोत्तर सत्र — में छात्रों ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सामाजिक, संवैधानिक और नैतिक पक्षों पर गहराई से चर्चा की। निर्णायक मंडल व दर्शकों ने उनकी तार्किक दृष्टि और विषय पर पकड़ की खुलकर प्रशंसा की।
मंच संचालन का दायित्व छात्रों हर्षगुन और गोरिका ने संभाला। उन्होंने कहा, “ईस्टवुड में हमें सिर्फ बोलने की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि सोचने की ज़िम्मेदारी और तर्कसंगत अभिव्यक्ति का अवसर भी दिया जाता है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए और उनके प्रदर्शन की सराहना की गई। मुख्य अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि युवाओं में विचारशीलता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, लोकतंत्र की सबसे सशक्त पहचान है।
श्रीमती ज्योति बागला ने कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र की रीढ़ है, जिसे जब युवा समझदारी से अपनाते हैं, तो समाज सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ता है।”
डॉ. स्वाति सचदेवा ने छात्रों की स्पष्ट सोच और आत्मविश्वास की प्रशंसा करते हुए कहा कि “यह देखकर गर्व होता है कि नई पीढ़ी कितनी जागरूक और विचारशील है।”
डॉ. अर्शदीप कौर गिल ने कहा, “वाद-विवाद जैसे आयोजन छात्रों में सार्थक संवाद और चिंतन की संस्कृति को मजबूत करते हैं।”
डॉ. नेहा सचदेवा ने जोड़ा, “छात्रों की तर्कशीलता और आत्म-अभिव्यक्ति इस प्रतियोगिता की सबसे बड़ी उपलब्धि रही।”
प्रधानाचार्या रूबल सिद्धू ने अपने उद्बोधन में कहा, “यह वाद-विवाद केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि जिम्मेदार अभिव्यक्ति और लोकतांत्रिक सोच की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारे सम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बना दिया।”
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सदस्य — स्कूल मैनेजर रविकांत मोंगा, क्रिएटिव कंसल्टेंट सुश्री पूनम संधू, सीनियर कोऑर्डिनेटर निमरत कौर, कोऑर्डिनेटर कुलदीप कौर तथा शिक्षकगण स्नेह लता, सुश्री अवनीत कौर और नैन्सी मिड्ढा उपस्थित रहे।
“ईस्टवुड डिस्कोर्स 2025” ने यह संदेश दिया कि जब युवाओं को विचार रखने की स्वतंत्रता और दिशा दी जाती है, तो वे समाज में रचनात्मक परिवर्तन की राह प्रशस्त कर सकते हैं।



