- सहकार भारती की मध्यस्थता से हड़ताल हुई खत्म, करवाया मुख्य मुद्दे का समाधान
- हैफेड प्रबंधन द्वारा 15 सितंबर को प्रस्ताव पारित कर घटाया गया था धान पर सहकारी विपणन समितियों को मिलने वाला कमिशन
- रजिस्ट्रार सहकारी समितियां हरियाणा ने हैफेड प्रशासक मंडल द्वारा पारित प्रस्ताव को किया निलंबित
दी हरियाणा कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी एम्पलाइज यूनियन की हड़ताल सहकार भारती की मध्यस्थता से खत्म हो गई है। वार्ता के बाद रजिस्ट्रार सहकारी समितियां हरियाणा ने हैफेड प्रशासक मंडल द्वारा पारित प्रस्ताव को निलंबित कर दिया है। इस सम्बन्ध में यूनियन के प्रदेश महामंत्री हनुमान गोदारा ने बताया कि कर्मचारी यूनियन लंबे समय से समितियों को फसल खरीद पर मिलने वाले कमीशन की दर को बढ़ाने की मांग कर रही थी, किंतु हैफेड प्रबंधन ने मांग को पूरा करने की बजाय सहकारी विपणन समितियां को धान फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर वर्षों - वर्ष से मिल रहे कमीशन की दर 0.25% प्रति क्विंटल , जो कि 5.80 रूपये प्रति क्विंटल बनता है उसे घटाकर मात्र 1.33 कर दिया। जिससे समितियों की कमीशन आय में लगभग 77% की कमी हो गई, यही मुद्दा आंदोलन का मुख्य कारण बना।
इसके विरोध में कर्मचारी यूनियन ने गत 1 अक्टूबर को हैफेड मुख्यालय पंचकूला पर प्रदर्शन कर प्रबंध निदेशक को नोटिस दिया था कि यदि 6 अक्टूबर तक मामले का समाधान नहीं हुआ तो कर्मचारी 7 अक्टूबर से हड़ताल शुरू कर देंगे। लगातार चार दिनों से चल रही हड़ताल के कारण समिति हितों तथा किसानों को होने वाली परेशान को देखते हुए मुख्य मुद्दे के समाधान के लिए सहकार भारती आगे आई और उन्होंने यूनियन ओर सरकार से बातचीत कर मुख्य समस्या का समाधान करवाया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी सहकार भारती के प्रदेश नेतृत्व, अध्यक्ष राजवीर सिंह गोदारा तथा प्रदेश महामंत्री डॉक्टर सौरभ भीष्म का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने मुद्दे का समाधान करवाया।
प्रदेश की 69 सहकारी विपणन समितियों जिसमें 50000 से भी अधिक किसान जुड़े हुए हैं । यह समितियां ना केवल किसानों की फसलों की बिक्री करवाने में सहायता करती हैं बल्कि उन्हें खाद, बीज कीटनाशक, दवाइयों, पशु आहार तथा उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति भी करती हैं। उन्होंने सरकार से यह भी मांग की कि पिछले 7 वर्षों से हैफेड के निदेशक मंडल के चुनाव नहीं हुए हैं सरकार तत्काल चुनाव करवाए ताकि हैफेड प्रबंधन द्वारा लिए जाने वाले निर्णय में इन सहकारी समितियों की भी भागीदारी हो सके। यूनियन ने सहकारी विपणन समितियां के आर्थिक स्वावलंबन के लिए सात सूत्रीय मांग पत्र भी मुख्यमंत्री महोदय को दिया और आग्रह किया कि जल्द से जल्द इन मांगों का समाधान करें।
यूनियन में तत्काल हड़ताल को खत्म करते हुए मुख्य मुद्दे का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री , उनके राजनैतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, सहकारिता विभाग के उच्च अधिकारियों विशेष कर रजिस्ट्रार सहकारी समितियां हरियाणा , संयुक्त रजिस्ट्रार (मार्केटिंग) तथा इस मामले में लगातार यूनियन से संपर्क संवाद कर वार्ता की टेबल तक पहुंचा कर समस्या का समाधान करने वाली संस्था सहकार भारती के प्रति आभार प्रकट किया । बैठक में यूनियन के उपाध्यक्ष रमेश कुमार , सतवीर सिंह चौहान, सचिव राजेश कुमार, मैंनपाल, संगठन मंत्री सुरेंद्र मालिक, जगतार सिंह, सुरेश कुमार आदि कर्मचारी नेताओं के अतिरिक्त सहकार भारती के प्रदेश महामंत्री डॉक्टर सौरभ भीष्म, कुलदीप सिंह विधि प्रकोष्ठ , सुरजीत सिंह विभाग संगठन प्रमुख हिसार तथा जिला महामंत्री अनिल पूनिया रोहताश पुनिया चेयरमैन सीएमएस सिरसा, सतबीर सिंह सीएमएस सिरसा ने भाग लिया।